हिमाचल प्रदेश के कई स्कूलों को बम धमाके की झूठी धमकियाँ मिलीं, जिससे स्कूल प्रशासन, छात्र और अभिभावकों में भारी दहशत और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। जैसे ही यह खबर फैली, चिंतित अभिभावकों ने स्कूलों में फोन करना शुरू कर दिया और अपने बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए स्कूलों की ओर दौड़ पड़े।
कुछ स्कूलों में एहतियातन छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया। जिला प्रशासन और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्कूल परिसरों की तलाशी ली, लेकिन अब तक किसी भी स्थान से विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है।
पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने स्कूल परिसरों में सुरक्षा जांच अभियान चलाया और पुष्टि की कि ये धमकियाँ फर्जी हैं। हालांकि, प्रशासन ने सभी स्कूलों को सतर्क रहने और सुरक्षा मानकों का पालन करने का निर्देश दिया है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि धमकी देने वाले ईमेल कहां से भेजे गए। साइबर सेल भी ईमेल की जांच में जुट गई है।
इस तरह की फर्जी धमकियाँ न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई में बाधा डालती हैं, बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों को भी मानसिक तनाव में डाल देती हैं। प्रशासन ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बनाए रखने की अपील की है।