आईसीआईसीआई बैंक ने अपने बचत खाताधारकों के लिए न्यूनतम मासिक औसत बैलेंस (Monthly Average Balance - MAB) की शर्तों में बदलाव किया है। बैंक के अनुसार, जो ग्राहक निर्धारित न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में विफल रहेंगे, उनसे 6% शॉर्टफॉल या ₹500, जो भी राशि कम होगी, शुल्क के रूप में वसूला जाएगा।
बैंक ने यह बदलाव अपने संचालन खर्च और वित्तीय प्रबंधन को संतुलित करने के उद्देश्य से किया है। नए नियम के तहत, यदि ग्राहक का मासिक औसत बैलेंस निर्धारित सीमा से कम होता है, तो शेष राशि का 6% या अधिकतम ₹500 शुल्क लगेगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी खाते में औसत बैलेंस की कमी ₹2,000 है, तो उस पर 6% यानी ₹120 का शुल्क लगेगा, जो ₹500 से कम है, इसलिए वही लागू होगा।
आईसीआईसीआई बैंक ने ग्राहकों से अपील की है कि वे अपने खातों में समय पर बैलेंस बनाए रखें ताकि अनावश्यक शुल्क से बचा जा सके। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया है कि न्यूनतम बैलेंस की यह शर्त अलग-अलग प्रकार के बचत खातों और शाखा स्थान (ग्रामीण, अर्ध-शहरी, शहरी, मेट्रो) के अनुसार भिन्न हो सकती है।
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वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम ग्राहकों को अपने बैंक खातों में पर्याप्त बैलेंस बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा, लेकिन कम आय वाले खाताधारकों के लिए यह अतिरिक्त आर्थिक बोझ साबित हो सकता है।
नए नियम तुरंत प्रभाव से लागू किए जाएंगे और बैंक ग्राहकों को इस बदलाव की सूचना एसएमएस, ईमेल और आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से दे रहा है।
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