अगस्त में सेवा क्षेत्र की तेज रफ्तार, महंगाई बनी चुनौती
अगस्त महीने में भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि 15 साल के उच्चतम स्तर पर दर्ज की गई है। एचएसबीसी का इंडिया सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर्स’ इंडेक्स (PMI), जिसे एसएंडपी ग्लोबल तैयार करता है, जुलाई के 60.5 से बढ़कर अगस्त में 62.9 पर पहुंच गया। हालांकि यह प्रारंभिक अनुमानित 65.6 के स्तर से नीचे रहा।
विशेषज्ञों के अनुसार, सेवा क्षेत्र की तेज रफ्तार भारत की अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन का संकेत देती है। पर्यटन, वित्तीय सेवाओं, सूचना प्रौद्योगिकी और व्यापार सेवाओं में मांग बढ़ने से यह उछाल देखने को मिला।
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हालांकि, रिपोर्ट ने यह भी बताया कि महंगाई का दबाव तेजी से बढ़ रहा है। सेवाओं की कीमतों में वृद्धि के कारण उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है और कंपनियों के लिए लागत प्रबंधन चुनौतीपूर्ण हो गया है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि उच्च महंगाई से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को मौद्रिक नीति में सख्ती बनाए रखने की आवश्यकता हो सकती है। वहीं, मजबूत सेवा क्षेत्र विकास से रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, नए ऑर्डर में तेजी, कारोबारी विश्वास में सुधार और निर्यात सेवाओं की मांग में वृद्धि जैसे कारक इस वृद्धि के प्रमुख कारण रहे। हालांकि, इन सबके बीच महंगाई का बढ़ता दबाव नीति निर्माताओं के लिए चिंता का विषय है।
कुल मिलाकर, सेवा क्षेत्र की रफ्तार अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन बढ़ती लागत और महंगाई को नियंत्रित करना जरूरी चुनौती बनी हुई है।
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