इंडीगो एयरलाइन ने सोमवार (8 दिसंबर 2025) को केंद्र सरकार से माफी मांगते हुए डीजीसीए (DGCA) द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस का उत्तर देने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की है। एयरलाइन का कहना है कि नियामक नियमों के अनुसार जवाब देने के लिए 15 दिनों की अवधि तय है, जबकि उन्हें केवल 48 घंटे का वक्त दिया गया।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि इंडीगो ने हाल के सप्ताहों में अपनी उड़ानों में आई व्यापक अव्यवस्था और देरी के पीछे “सटीक कारण बताना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं” बताया है। एयरलाइन ने कहा कि उसकी संचालन प्रक्रिया अत्यंत जटिल और बड़े पैमाने पर फैली होने के कारण किसी एक वजह को चिन्हित करना मुश्किल है।
हाल के दिनों में इंडीगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द हुई थीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। 5 दिसंबर को जहां 1,500 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं, वहीं अब यह संख्या घटकर 500 पर आ गई है। इसके बावजूद DGCA ने एयरलाइन को कारण पूछते हुए 48 घंटे में जवाब देने का निर्देश दिया था।
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इंडीगो ने सरकार को लिखे अपने पत्र में कहा कि कंपनी स्थिति को सामान्य करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है और यात्रियों को कम से कम परेशानी हो, इसके लिए अतिरिक्त प्रयास किए जा रहे हैं। एयरलाइन ने हालिया अव्यवस्था को लेकर “गहरी क्षमा” भी व्यक्त की।
सरकार अब एयरलाइन की अतिरिक्त समय देने की मांग पर विचार कर रही है। DGCA ने पहले ही इंडीगो से यह स्पष्ट करने को कहा था कि इतने बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने के पीछे कौन से परिचालन या प्रबंधन संबंधी कारण थे।
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