इज़रायल ने शनिवार (13 दिसंबर, 2025) को दावा किया कि उसने गाज़ा में हमास के एक शीर्ष कमांडर को मार गिराया है। यह कार्रवाई गाज़ा के दक्षिणी हिस्से में एक विस्फोटक उपकरण के फटने और दो इज़रायली सैनिकों के घायल होने के बाद की गई। इज़रायली सेना के अनुसार, इस हमले में मारे गए कमांडर का नाम राएद साद था, जो हमास में हथियार निर्माण का प्रभारी था और पहले संगठन के ऑपरेशंस डिवीजन का नेतृत्व कर चुका था।
हालांकि, हमास ने अपने बयान में राएद साद की मौत की पुष्टि नहीं की। संगठन ने कहा कि गाज़ा सिटी के बाहर एक नागरिक वाहन को निशाना बनाया गया, जिसे उसने 10 अक्टूबर से लागू युद्धविराम का उल्लंघन बताया। इज़रायल ने आरोप लगाया कि साद 7 अक्टूबर 2023 को इज़रायल पर हुए हमले के प्रमुख योजनाकारों में से एक था और युद्धविराम के बावजूद “आतंकी संगठन के पुनर्निर्माण” में लगा हुआ था।
गाज़ा सिटी के पश्चिम में हुए इज़रायली हमले में चार लोगों की मौत हुई, जिनके शव शिफा अस्पताल लाए गए, यह जानकारी इजरायल ने दी। अल-अवदा अस्पताल के अनुसार, इस हमले में तीन अन्य लोग घायल हुए। इज़रायल और हमास दोनों एक-दूसरे पर बार-बार संघर्षविराम के उल्लंघन के आरोप लगाते रहे हैं।
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फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, संघर्षविराम लागू होने के बाद से अब तक गाज़ा में इज़रायली हवाई हमलों और गोलीबारी में कम से कम 386 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इज़रायल का कहना है कि ये हमले उसके सैनिकों पर हुए आतंकी हमलों के जवाब में किए गए।
इज़रायल ने हमास से अंतिम बंधक रैन ग्विली के अवशेष लौटाने की मांग की है और इसे संघर्षविराम के दूसरे, अधिक जटिल चरण में प्रवेश की शर्त बताया है। 2023 में हमास के नेतृत्व में हुए हमले में इज़रायल में लगभग 1,200 लोगों की मौत हुई थी और 251 लोगों को बंधक बनाया गया था। गाज़ा में इज़रायल के अभियान में अब तक 70,650 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की है।
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