भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर और रोवर से प्राप्त डेटा का अध्ययन करने के लिए शोध प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। यह पहल वैज्ञानिक समुदाय को चंद्रमा पर हुए मिशन के निष्कर्षों और अनुसंधान अवसरों का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करती है।
ISRO ने इस अवसर की घोषणा (Announcement of Opportunity) सभी मान्यता प्राप्त शिक्षाविदों, शोध संस्थानों, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और सरकारी संगठनों के शोधकर्ताओं के लिए खोली है। इसका उद्देश्य चंद्रयान-3 के डेटा का व्यापक और वैज्ञानिक रूप से उपयोग करना और नए शोध निष्कर्षों को प्रकाशित करना है।
इस अवसर के तहत, शोधकर्ता लैंडर और रोवर से प्राप्त सेंसर डेटा, सतही संरचना, भूवैज्ञानिक अध्ययन और अन्य वैज्ञानिक जानकारी का विश्लेषण कर सकते हैं। ISRO ने कहा है कि यह कदम भारतीय और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समुदाय के बीच सहयोग और ज्ञान साझा करने को बढ़ावा देगा।
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ISRO के अनुसार, चंद्रयान-3 मिशन ने चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग कर महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया है, जिससे चंद्रमा की भूवैज्ञानिक संरचना, सतही तत्व और भौतिक गुणों पर नई जानकारी मिल रही है। अब इस डेटा का वैज्ञानिक और शैक्षणिक रूप से विश्लेषण करने का अवसर सभी योग्य शोधकर्ताओं को दिया गया है।
शोधकर्ताओं को अपने प्रस्ताव में अनुसंधान के उद्देश्य, पद्धति और अपेक्षित परिणाम स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने होंगे। चयनित परियोजनाओं को ISRO द्वारा तकनीकी और विश्लेषणात्मक सहयोग प्रदान किया जाएगा, जिससे शोध कार्य प्रभावी और वैज्ञानिक दृष्टि से मूल्यवान बन सके।
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