जम्मू-कश्मीर विधानसभा का नौ दिवसीय शरद सत्र शुक्रवार (31 अक्टूबर 2025) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने सदन की कार्यवाही समाप्त करते हुए सभी सदस्यों का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
अध्यक्ष ने बताया कि इस सत्र में सदस्यों ने 732 प्रश्न प्रस्तुत किए, जिनमें से 682 प्रश्न स्वीकार किए गए, तीन प्रश्न हटाए गए और किसी प्रश्न को वापस नहीं लिया गया। कुल 29 प्रश्नों पर चर्चा हुई और सदस्यों ने 73 पूरक प्रश्न पूछे।
उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान सदस्यों ने ‘शून्यकाल’ में 97 मुद्दे उठाए, जिसे उन्होंने अभूतपूर्व बताया। राथर ने कहा, “मैं सभी सदस्यों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों के मुद्दे उठाने के लिए बधाई देता हूं।”
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सत्र के दौरान विधानसभा ने पांच सरकारी विधेयक पारित किए और दो निजी सदस्यों के प्रस्तावों पर चर्चा की, जिनमें से एक को पारित किया गया। कुल 41 निजी विधेयक सूचीबद्ध थे, लेकिन केवल आठ पर चर्चा हो सकी। सरकार के आश्वासन के बाद कुछ विधेयक वापस ले लिए गए, जबकि बाकी को आवाज मत से खारिज कर दिया गया।
विधानसभा में चार राज्यसभा सीटों के चुनाव भी संपन्न हुए। सत्र के दौरान एक बार विपक्षी भाजपा सदस्यों ने विरोध स्वरूप सदन से वॉकआउट किया, जब अध्यक्ष ने बाढ़ पीड़ितों की स्थिति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
अध्यक्ष ने सत्र की समाप्ति पर कहा, “मैं सभी सदस्यों का सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूं। सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण और सार्थक रही।”
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