जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिसोटी गांव में बादल फटने की घटना के पांच दिन बीत जाने के बावजूद लापता लोगों की तलाश जारी है। बचाव दल लगातार भारी बारिश और मलबे के बीच खोज अभियान चला रहे हैं, लेकिन अब तक कई लोग लापता हैं। प्रशासन के अनुसार, रेस्क्यू ऑपरेशन में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवक मिलकर काम कर रहे हैं।
गांव के प्रभावित हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने राहत कार्य को और मुश्किल बना दिया है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और बहते मलबे के कारण बचावकर्मियों को मशीनरी और उपकरण पहुंचाने में भी दिक्कतें हो रही हैं। इसके बावजूद, टीमें पूरी क्षमता से तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं।
स्थानीय प्रशासन ने लापता लोगों के परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। वहीं, प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी शिविर बनाए गए हैं, जहां उन्हें भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक हर लापता व्यक्ति का पता नहीं चल जाता, अभियान जारी रहेगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं में वृद्धि जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही है। सरकार ने भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए चेतावनी तंत्र को और मजबूत करने का आश्वासन दिया है।
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