जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा है कि देश से आतंकवाद को समाप्त करना केवल सुरक्षा बलों की नहीं, बल्कि जनता की भी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सुरक्षा बलों की बहादुरी और त्याग की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान की वजह से आज जम्मू-कश्मीर समेत देश के अन्य हिस्सों में शांति का माहौल संभव हुआ है।
सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद ने दशकों तक कश्मीर घाटी और देश के अन्य हिस्सों को प्रभावित किया है। उन्होंने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक और केरल का उल्लेख करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में लंबे समय से आतंकवाद और कट्टरपंथ का असर देखने को मिला है। इस वजह से यहां विकास कार्य और आम जनता का जीवन प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां लगातार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए काम कर रही हैं। लेकिन जब तक समाज के सभी वर्ग इस मुहिम में सक्रिय रूप से शामिल नहीं होंगे, तब तक आतंकवाद की जड़ें पूरी तरह खत्म नहीं की जा सकतीं।
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एल.जी. ने युवाओं से अपील की कि वे कट्टरपंथ और हिंसा से दूर रहें और शिक्षा, विकास और राष्ट्रनिर्माण की ओर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तेजी से हो रहे विकास कार्य इस बात का सबूत है कि क्षेत्र में स्थायी शांति की नींव रखी जा रही है।
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