झारखंड में गरीबी और मजबूरी ने एक परिवार को हैरान करने वाला कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। यहां एक माह के नवजात शिशु को उसके ही माता-पिता ने 50,000 रुपये में बेच दिया। बाद में पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, बच्चे के पिता ने अपने बेटे को पड़ोसी गांव के एक दलाल दंपति को बेच दिया। पिता ने पुलिस को बताया कि उसके पास आजीविका चलाने और पत्नी का इलाज कराने के लिए पैसे नहीं थे। डिलीवरी के बाद से उसकी पत्नी बीमार चल रही थी और आर्थिक तंगी के कारण परिवार गहरे संकट में था। इसी मजबूरी में उसने यह कदम उठाया।
सूत्रों के अनुसार, दलाल दंपति बच्चे को अपने साथ ले जाने की फिराक में थे, लेकिन ग्रामीणों को शक होने पर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। तत्पश्चात पुलिस ने छापेमारी कर बच्चे को सुरक्षित बरामद किया और दंपति को हिरासत में ले लिया।
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है और इसकी गहन जांच की जा रही है। बच्चे के माता-पिता से भी पूछताछ की जा रही है कि क्या यह कदम उन्होंने केवल मजबूरी में उठाया या इसके पीछे कोई संगठित गिरोह सक्रिय है।
स्थानीय प्रशासन ने बच्चे को फिलहाल महिला एवं बाल विकास विभाग की देखरेख में सौंप दिया है। साथ ही सरकार की ओर से परिवार को आर्थिक सहायता और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन भी दिया गया है।
यह घटना न केवल गरीबी और बेबसी की भयावह तस्वीर पेश करती है, बल्कि मानव तस्करी के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता को भी उजागर करती है।
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