झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को रांची लाया गया और अंतिम दर्शन के लिए विधानसभा परिसर में रखा गया। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने विधानसभा पहुंचकर रामदास सोरेन को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अनेक मंत्री, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
रामदास सोरेन के निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। वे एक लोकप्रिय नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता थे। शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और विद्यार्थियों के लिए नई योजनाओं को लागू करने में अहम योगदान दिया था।
विधानसभा परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में नेताओं ने उनके व्यक्तित्व और कार्यशैली को याद किया। विधायकों ने कहा कि सोरेन हमेशा जनता के हित में काम करते रहे और उनके असामयिक निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है।
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श्रद्धांजलि सभा में मौजूद लोगों ने दिवंगत मंत्री के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प दोहराया।
रामदास सोरेन का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके निधन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
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