प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 अगस्त को दिल्ली में कुल ₹11,000 करोड़ की लागत से विकसित विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करना, यातायात जाम को कम करना और आर्थिक गतिविधियों को गति देना है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री जिन प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उनमें नई एक्सप्रेसवे लिंक, फ्लाईओवर, अंडरपास और इंटरचेंज शामिल हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में आवागमन तेज और सुगम होगा। विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर के बीच लॉजिस्टिक्स कॉरिडोर को बेहतर बनाने और यात्रा समय को कम करने पर जोर दिया गया है।
इन राजमार्ग परियोजनाओं से न केवल आम नागरिकों को राहत मिलेगी, बल्कि औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निवेश दिल्ली को एक स्मार्ट और टिकाऊ शहरी केंद्र बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
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सरकार का कहना है कि ये परियोजनाएं "गतिशक्ति मास्टर प्लान" के अनुरूप विकसित की गई हैं, जिसका लक्ष्य मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इन परियोजनाओं से प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलने की उम्मीद है क्योंकि बेहतर सड़क नेटवर्क से ट्रैफिक का प्रवाह सुचारू होगा।
प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा होने की संभावना है। यह आयोजन केंद्र सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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