एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जुलाई में आए शक्तिशाली भूकंप ने रूस के एक महत्वपूर्ण परमाणु पनडुब्बी अड्डे को नुकसान पहुंचाया हो सकता है। यह अड्डा रूसी नौसेना की रणनीतिक क्षमताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
भूकंप का केंद्र रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में था, जहां कई नौसैनिक ठिकाने स्थित हैं। रिपोर्ट के अनुसार, प्रारंभिक उपग्रह चित्रों और स्थानीय स्रोतों से मिले संकेत बताते हैं कि अड्डे के कुछ बुनियादी ढांचे को झटकों के कारण क्षति हुई है। हालांकि, रूसी सरकार या रक्षा मंत्रालय की ओर से अब तक आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह रिपोर्ट सही साबित होती है, तो यह रूस की नौसैनिक गतिविधियों और परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती को प्रभावित कर सकती है। अड्डा मुख्य रूप से परमाणु-संचालित पनडुब्बियों के रखरखाव और आपूर्ति केंद्र के रूप में काम करता है, जो देश की समुद्री सुरक्षा रणनीति का अहम हिस्सा हैं।
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भूकंप के बाद सुरक्षा कारणों से कुछ नौसैनिक अभ्यास स्थगित कर दिए गए थे। रिपोर्ट यह भी बताती है कि क्षति की वास्तविक सीमा का आकलन करने के लिए तकनीकी जांच की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बुनियादी ढांचे में गंभीर नुकसान हुआ है, तो इसकी मरम्मत में लंबा समय लग सकता है।
अंतरराष्ट्रीय रक्षा विश्लेषकों ने इस घटना को रूस की सैन्य तैयारियों के लिए संभावित चुनौती बताया है, खासकर मौजूदा भू-राजनीतिक तनावों के बीच।
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