हरियाणा में बीते दो दिनों के भीतर कश्मीरी फेरीवालों के साथ कथित तौर पर बदसलूकी और जान से मारने की धमकियों के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। इनमें से एक मामले में पुलिस ने प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है। इन घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में नाराजगी देखने को मिल रही है।
पहला मामला हरियाणा के कैथल जिले के कलायत क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक कश्मीरी शॉल विक्रेता को स्थानीय युवक द्वारा परेशान किया गया। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में हरियाणवी बोली में बात करता एक व्यक्ति कंक्रीट की बेंच पर बैठे कश्मीरी फेरीवाले से “वंदे मातरम” के नारे लगाने को कहता हुआ सुना जा सकता है। वीडियो में युवक का रवैया आक्रामक और धमकी भरा नजर आता है, जिससे फेरीवाले की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
इस घटना पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और राज्य के पुलिस महानिदेशक को टैग करते हुए अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर यह वीडियो साझा किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि हरियाणा में एक बार फिर कश्मीरी शॉल विक्रेता को परेशान, गाली-गलौज और अपमानित किया गया।
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इल्तिजा मुफ्ती ने सवाल उठाया कि कश्मीरियों के साथ दुर्व्यवहार करने के बाद उन्हें आसानी से ‘राष्ट्र-विरोधी’ करार दे दिया जाता है। उन्होंने भावुक लहजे में पूछा कि क्या कश्मीरी लोग इंसान नहीं हैं और क्या उनके साथ इस तरह का व्यवहार जायज है।
दूसरे मामले में भी कश्मीरी फेरीवाले को धमकाए जाने की शिकायत सामने आई है। एक मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इन घटनाओं ने एक बार फिर देश के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले कश्मीरी व्यापारियों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
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