लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया है। पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वे बिहार की संस्कृति, भाषा और लोककला को और सशक्त बनाने के लिए राजनीति में आई हैं।
दिल्ली में आयोजित एक समारोह में मैथिली ठाकुर ने औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर कई वरिष्ठ बीजेपी नेता मौजूद थे। बीजेपी ने उनके शामिल होने को "संस्कृति और परंपरा से जुड़ी राजनीति" की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मैथिली ठाकुर ने बहुत कम उम्र में ही अपनी गायकी से लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। उन्होंने 12 साल की उम्र में ही अपने यूट्यूब चैनल पर मैथिली और भोजपुरी गीत अपलोड करना शुरू किया था, जिससे उन्हें बड़ी प्रसिद्धि मिली। आज उनके गानों को करोड़ों लोग सुनते हैं और वे बिहार और पूर्वी भारत की लोकसंगीत परंपरा की एक प्रमुख प्रतिनिधि बन चुकी हैं।
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बीजेपी के नेताओं का मानना है कि मैथिली ठाकुर की लोकप्रियता ग्रामीण और सांस्कृतिक वर्ग में पार्टी के प्रभाव को बढ़ाएगी। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि उनकी एंट्री से पार्टी को खासकर युवा और महिला मतदाताओं के बीच लाभ हो सकता है।
मैथिली ठाकुर ने कहा कि वे राजनीति में आकर समाज के उत्थान, महिला सशक्तिकरण और लोकभाषाओं के संरक्षण के लिए काम करना चाहती हैं।
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