मणिपुर के जिरीबाम जिले में सुरक्षा बलों ने 76 करोड़ रुपए मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस बड़ी कार्यवाही के पीछे सूचना थी कि तस्कर हेरोइन और बैन्ड मिथैम्पेटामाइन टैबलेट्स ज़िले में लाने की फिराक में हैं।
बयान में बताया गया है, “सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने 616 साबुन केसेस में छिपाकर रखी हुई हेरोइन जब्त की, साथ ही 50,000 मिथैम्पेटामाइन टैबलेट्स बरामद किए।” ये नमूने प्रारंभिक जांच में उच्च ग्रेड के नशीले पदार्थ पाए गए हैं, जिनका स्थानीय काले बाजार में लगभग 76 करोड़ रुपए का मूल्य आंका गया है।
जिरीबाम सीमा से सटे क्षेत्र में नशे की तस्करी एक बड़ी समस्या रही है। सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम—जिसमें आसाम राइफ़ल्स, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस शामिल हैं—ने सात्विक जानकारी के आधार पर राउण्ड-द-क्लॉक एक्शन लिया। पूछताछ में पता चला कि तस्कर समूह पहले हेरोइन को साबुन केकेस में छिपाते थे ताकि सड़क जाँचों में बाज नहीं आ सकें।
इस जब्ती से क्षेत्र में नशे की आपूर्ति शृंखला को भारी झटका लगा है। अधिकारियों ने कहा है कि अतिरिक्त जांच जारी है और संभावित आरोपी की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। मणिपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “इस प्रकार के अभियान आतंकियों व नशा तस्करों के आर्थिक दम को कमजोर करते हैं और सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाते हैं।”
मणिपुर में नशे के विरुद्ध संघर्ष को तेज करने के लिए सरकार ने हाल में एनडीपीएस अधिनियम के तहत दंडविधान कड़ा कर दिया है। इसके अंतर्गत पकड़े गए ड्रग्स नष्ट कर दिए जाएंगे और तस्करों के विरुद्ध लंबी सजा एवं भारी जुर्माने का प्रावधान है।
स्थानीय प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे नशीले पदार्थों के लेन-देन की किसी भी सूचना को तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या राष्ट्रीय एनडीपीएस हेल्पलाइन पर बताएं। इस जब्ती को राज्य में नशे के खिलाफ अभियान में एक बड़ी कामयाबी बताया जा रहा है।