नेस्ले इंडिया ने सितंबर तिमाही में मुनाफे में 17.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 743 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 899 करोड़ रुपये था। यह गिरावट मुख्य रूप से कच्चे माल की बढ़ती कीमतों और परिचालन लागत में इजाफे के कारण आई है।
कंपनी ने यह भी बताया कि इस अवधि में उसका राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर 5,630.23 करोड़ रुपये हो गया। नेस्ले इंडिया के प्रबंधन ने कहा कि भले ही राजस्व में वृद्धि हुई है, लेकिन उत्पादों की कीमतों और मार्केटिंग लागत में वृद्धि के कारण शुद्ध लाभ पर दबाव पड़ा।
विशेषज्ञों का मानना है कि उपभोक्ता वस्तुओं की कंपनियों के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि कच्चे माल और परिवहन लागत में लगातार वृद्धि हो रही है। नेस्ले इंडिया ने हालांकि यह भी कहा कि कंपनी ने विभिन्न रणनीतियों के माध्यम से लागत प्रबंधन और उत्पाद नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे लंबे समय में लाभप्रदता को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
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कंपनी ने अपने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि आने वाले तिमाहियों में बाजार की स्थिति और उपभोक्ता मांग के आधार पर मुनाफा सुधर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि नई उत्पाद लाइन और ब्रांड विस्तार के प्रयास भविष्य में कंपनी के राजस्व और मुनाफे को बढ़ाने में सहायक होंगे।
नेस्ले इंडिया की यह रिपोर्ट FMCG क्षेत्र में वैश्विक और घरेलू आर्थिक परिस्थितियों की चुनौतियों को दर्शाती है।
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