भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक नए अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि हर चार में एक भारतीय शादीशुदा जोड़ा मोटापे या अधिक वजन की समस्या से जूझ रहा है। यह समस्या विशेष रूप से शहरी, संपन्न और मीडिया-संवेदनशील परिवारों में अधिक देखी गई है। केरल, मणिपुर, दिल्ली, गोवा और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थिति बेहद चिंताजनक है।
मुंबई निवासी सुलभा और जतिन देशपांडे जैसे उदाहरण इस प्रवृत्ति को उजागर करते हैं। शादी के समय दोनों की जीवनशैली और खानपान की पसंद अलग-अलग थी। लेकिन शादी के बाद की व्यस्त दिनचर्या, यात्रा की थकान और पेशेवर दबाव के चलते दोनों ने सुविधाजनक जीवनशैली अपनाई — हफ्ते के दिनों में ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना, सप्ताहांत में जंक फूड और आराम, देर रात तक लैपटॉप पर काम और कम नींद।
अध्ययन के अनुसार, दंपति अक्सर एक-दूसरे की आदतें अपनाते हैं — चाहे वह अस्वस्थ खानपान हो या शारीरिक गतिविधियों की कमी। इस तरह की साझा आदतें अनजाने में दोनों को मोटापे की ओर ले जाती हैं। विशेष रूप से 30 वर्ष से कम उम्र के जोड़ों में यह रुझान तेजी से बढ़ रहा है।
ICMR ने सिफारिश की है कि मोटापे से लड़ने के लिए जोड़े-आधारित हस्तक्षेप (couple-based interventions) की रणनीति अपनाई जाए ताकि उन्हें एक-दूसरे के साथ मिलकर स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित किया जा सके।