Ola Electric में कार्यरत 38 वर्षीय इंजीनियर अरविंद के हाल ही में आत्महत्या की घटना ने कर्मचारियों और उद्योग जगत में गहरा सदमा पैदा किया है। अरविंद के अपने 28-पेज के मृत्युपत्र में कार्यस्थल पर हो रहे उत्पीड़न और विषाक्त कार्य संस्कृति के आरोप लगाए थे।
उनके छोटे भाई, अश्विन कन्नन ने बताया कि अरविंद कभी-कभी उन्हें अपने कार्यस्थल के दबाव और तनाव के बारे में बताते थे, खासकर तब जब मई में कंपनी के एक अन्य कर्मचारी, निखिल सोमवंशी, की आत्महत्या हुई थी। अश्विन ने कहा कि उनके भाई ने इस बात को साझा किया कि कार्यस्थल की परिस्थितियां उनके लिए अत्यंत कठिन थीं और उन्हें मानसिक दबाव महसूस होता था।
अश्विन ने घटना वाले दिन को याद करते हुए बताया, “ऐसा लगता है कि उन्होंने पहले से ही आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया था, क्योंकि उन्होंने उस दिन हमारे माता-पिता के लिए जल्दी दोपहर का भोजन ऑर्डर कर रखा था।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका परिवार इस मामले में न्याय पाने और कार्यस्थल के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए तैयार है।
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अरविंद 2022 से Ola Electric में होमोलोगेशन इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु ने कंपनी की कार्यसंस्कृति और कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले ने उद्योग जगत में कार्यस्थल पर उत्पीड़न और मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों पर गंभीर चर्चा को जन्म दिया है।
परिवार और करीबी इस मामले में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और चाहते हैं कि कंपनी अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और कार्यस्थल की संस्कृति में सुधार लाए।
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