चेन्नई पुलिस ने एक संगठित गिरोह की गतिविधियों को लेकर संयुक्त अलर्ट जारी किया है, जो भीड़भाड़ वाले इलाकों में मोबाइल फोन चोरी को अंजाम दे रहा है। यह गिरोह मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल और झारखंड से ताल्लुक रखता है और हाल के दिनों में चेन्नई के व्यस्त स्थानों को अपना निशाना बना रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस गिरोह का संचालन बेहद योजनाबद्ध तरीके से होता है। गिरोह का काम करने का तरीका घुमंतू (nomadic operational model) है, यानी वे किसी भी शहर में लगभग एक हफ्ते तक रुकते हैं और चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के बाद तुरंत किसी अन्य शहर की ओर बढ़ जाते हैं। इनकी गतिविधियों का दायरा केवल चेन्नई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गिरोह बेंगलुरु, विजयवाड़ा, हावड़ा और यहां तक कि नई दिल्ली जैसे बड़े शहरी केंद्रों तक सक्रिय रहता है।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य अक्सर भीड़भाड़ वाली जगहों, जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजार और मॉल में घुसकर लोगों को निशाना बनाते हैं। उनके पास विशेष तकनीक होती है जिससे वे जेबकतरी और मोबाइल चोरी को बेहद तेज़ी से अंजाम देकर तुरंत गायब हो जाते हैं।
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चेन्नई पुलिस और अन्य राज्यों की पुलिस ने मिलकर इनके खिलाफ अभियान शुरू किया है। संयुक्त अलर्ट जारी कर लोगों को भी सतर्क रहने की अपील की गई है। पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अपने मोबाइल और कीमती सामान को संभालकर रखें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें।
यह मामला संगठित अपराधों के बढ़ते नेटवर्क पर भी सवाल खड़े करता है, जो राज्यों की सीमाओं को पार करते हुए लगातार बड़े शहरों को निशाना बना रहे हैं।
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