ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हालिया बयान की कड़ी निंदा की है। ओवैसी ने कहा कि भारत एक रणनीतिक साझेदार होने के नाते, अमेरिकी धरती का इस तरह दुरुपयोग भारत और भारतीयों के लिए पूरी तरह अस्वीकार्य है।
ओवैसी ने मांग की कि केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर अमेरिका के समक्ष मजबूती से आपत्ति दर्ज करानी चाहिए और राजनीतिक स्तर पर सख्त प्रतिक्रिया देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना प्रमुख का यह बयान न केवल भारत की संप्रभुता पर सवाल उठाता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को प्रभावित करने का प्रयास है।
ओवैसी ने मोदी सरकार से स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह के मामलों में केवल औपचारिक आपत्ति या बयानबाजी पर्याप्त नहीं है। इसके बजाय, भारत को कूटनीतिक और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी मजबूत है, और ऐसे में अमेरिकी मंच का भारत विरोधी प्रचार के लिए इस्तेमाल होना गंभीर चिंता का विषय है। ओवैसी ने सवाल किया कि क्या मोदी सरकार इस विषय को अमेरिकी प्रशासन के साथ उच्चतम स्तर पर उठाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बयान के बाद भारत-अमेरिका-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं और यह मामला आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक चर्चा का हिस्सा बन सकता है।
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