सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक चौंकाने वाला आंकड़ा पेश किया, जिसमें बताया गया कि 2025 के पहले छह महीनों में भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क दुर्घटनाओं में करीब 27,000 लोगों की मौत हुई।
गडकरी ने संसद में यह जानकारी देते हुए कहा कि यह संख्या सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि सरकार सड़क सुरक्षा के लिए कई उपाय कर रही है, जिसमें ब्लैक स्पॉट्स की पहचान, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, और जन-जागरूकता अभियान शामिल हैं।
गडकरी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेज गति, लापरवाह ड्राइविंग, शराब पीकर वाहन चलाना, और सीटबेल्ट या हेलमेट न पहनना दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण बने हुए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि मंत्रालय द्वारा तकनीकी उपायों के साथ-साथ AI आधारित निगरानी, CCTV कैमरे, और तेज गति की पहचान करने वाले उपकरणों को भी लागू किया जा रहा है ताकि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन रोका जा सके।
सरकार की योजना है कि 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या को 50% तक कम किया जाए।
गडकरी ने राज्य सरकारों और नागरिकों से इस अभियान में सहयोग की अपील की ताकि सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।