एक हालिया अध्ययन में बताया गया है कि केंद्र सरकार के रूफटॉप सोलर (Rooftop Solar) लक्ष्य हासिल करना आने वाले समय में चुनौतीपूर्ण रहेगा। अध्ययन के अनुसार, जुलाई 2025 तक, प्रधानमंत्री सौर घर योजना (PMSGY) के तहत 57.9 लाख आवेदनों की जानकारी मिली है, जो घरेलू रूफटॉप सोलर इंस्टालेशन के लिए आवेदन किए गए थे।
विश्लेषकों ने कहा कि, जबकि आवेदन संख्या में वृद्धि हुई है, वास्तविक इंस्टालेशन की दर अपेक्षाकृत धीमी रही है। इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें तकनीकी अवसंरचना की कमी, वित्तीय समर्थन में बाधाएं और जागरूकता की कमी शामिल हैं।
अध्ययन में यह भी उल्लेख किया गया कि घरेलू स्तर पर रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित करना जटिल प्रक्रिया हो सकती है। इसमें सही स्थान का चयन, उपकरण की गुणवत्ता और इंस्टालेशन का समय शामिल होता है। इसके अलावा, समय पर सब्सिडी और वित्तीय सहायता न मिलने से कई आवेदकों ने योजना को स्थगित किया है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि अगर केंद्र सरकार अपने सौर ऊर्जा लक्ष्यों को 2030 तक हासिल करना चाहती है, तो इसे नीति सुधार, वित्तीय सहायता बढ़ाना और तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से गति देने की आवश्यकता होगी। साथ ही, लोगों में सोलर ऊर्जा के लाभों और पर्यावरणीय महत्व को लेकर जागरूकता फैलाना भी जरूरी है।
अध्ययन से यह निष्कर्ष निकलता है कि रूफटॉप सोलर योजना में प्रगति हो रही है, लेकिन इसके लिए सुदृढ़ प्रशासनिक प्रयास और सतत निगरानी की आवश्यकता है तभी केंद्र के दीर्घकालिक नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य साकार हो सकते हैं।
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