महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ (MMC) जोन में सक्रिय वरिष्ठ माओवादी नेता विकास नागपुरे, उर्फ नवज्योत उर्फ अनंत, ने शुक्रवार को महाराष्ट्र पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उनके साथ 10 अन्य माओवादी कैडर ने भी हथियार डाल दिए। अधिकारियों के अनुसार यह आत्मसमर्पण न केवल MMC जोन में नक्सल नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है, बल्कि आने वाले दिनों में और भी आत्मसमर्पण की संभावना है।
अनंत MMC स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता थे और लंबे समय से माओवादी गतिविधियों में केंद्रीय भूमिका निभा रहे थे। दो दिन पहले ही उन्होंने तीन राज्यों—महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़—के मुख्यमंत्रियों को एक प्रेस रिलीज़ जारी कर आत्मसमर्पण के लिए समय देने और एंटी-इंसर्जेंसी ऑपरेशंस रोकने की अपील की थी।
अपने बयान में उन्होंने कहा था कि माओवादी संघर्ष अब कमजोर हो चुका है और कई कैडर संगठन छोड़ना चाहते हैं, लेकिन लगातार हो रही सुरक्षा अभियानों के कारण उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने 1 जनवरी 2026 तक माओवादियों के आत्मसमर्पण की समयसीमा तय करने का सुझाव दिया था।
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अनंत का आत्मसमर्पण एक बेहद महत्वपूर्ण विकास है, क्योंकि वह MMC जोन में माओवादी रणनीति, भर्ती अभियान और प्रचार कार्यों का प्रमुख चेहरा था। अनंत के आत्मसमर्पण से भूमिगत नेटवर्क पर बड़ा असर पड़ेगा और कई छोटे कैडर भी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, अनंत के आत्मसमर्पण के पीछे लगातार पुलिस दबाव, कमजोर होती संगठनात्मक संरचना और आंतरिक मतभेद प्रमुख कारण हैं। पुलिस ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी कैडर को सरकारी पुनर्वास योजना के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
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