कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर ने शनिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर ‘विजन 2030’ योजना के तहत बुनियादी ढांचे के उन्नयन और क्षमता विस्तार के लिए चुने गए शहरों की सूची से तिरुवनंतपुरम को बाहर रखने पर गंभीर चिंता जताई है।
शुक्रवार को रेल मंत्रालय ने घोषणा की थी कि अगले पांच वर्षों में देश के प्रमुख शहरों से नई ट्रेनों की शुरुआत की क्षमता को मौजूदा स्तर से दोगुना किया जाएगा। इसके तहत 48 शहरों को चिन्हित किया गया है, जहां रेलवे अवसंरचना को मजबूत करने और क्षमता विस्तार की योजना बनाई गई है। हालांकि, इस सूची में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम का नाम शामिल नहीं होने पर सवाल उठने लगे हैं।
The Indian Witness पर साझा की गई जानकारी में शशि थरूर ने कहा कि किसी राज्य की राजधानी और रेलवे डिवीजन मुख्यालय को इतनी अहम योजना से बाहर रखना एक “हैरान करने वाली प्रशासनिक चूक” है। उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम सेंट्रल (टीवीसी) पर परिचालन का दबाव लगातार बढ़ रहा है और यहां से बड़ी संख्या में यात्री रेल सेवाओं पर निर्भर हैं।
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थरूर ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि तिरुवनंतपुरम क्षेत्र में नेमोम और कोचुवेली जैसे स्टेशनों के विकास की लंबे समय से आवश्यकता है। इन स्टेशनों के उन्नयन से न केवल तिरुवनंतपुरम सेंट्रल पर बोझ कम होगा, बल्कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी।
उन्होंने रेल मंत्रालय से आग्रह किया कि इस “विसंगति” को तुरंत दूर किया जाए और तिरुवनंतपुरम को भी विजन 2030 योजना के तहत चुने गए शहरों की सूची में शामिल किया जाए। थरूर ने उम्मीद जताई कि मंत्रालय इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगा और केरल की राजधानी के साथ न्याय करेगा।
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