बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर कथित हमलों के विरोध में सोमवार (22 दिसंबर, 2025) को कोलकाता स्थित बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन की अगुवाई पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने की। उनके साथ कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, जिन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को तत्काल रोकने की मांग की।
यह विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के सदस्य दीपु चंद्र दास की कथित भीड़ द्वारा हत्या (लिंचिंग) के बाद किया गया। यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है, जब पड़ोसी देश बांग्लादेश में व्यापक अशांति का माहौल है। हालात उस समय और बिगड़ गए जब लोकप्रिय युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की सार्वजनिक रूप से गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे देशभर में तनाव और हिंसा फैल गई।
प्रदर्शनकारियों ने बैनर और तख्तियां लेकर नारेबाजी की और बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले गंभीर चिंता का विषय है और भारत को इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मामले को उठाने की भी मांग की।
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कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए कहा कि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा मानवाधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने बांग्लादेश सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और कानून-व्यवस्था बहाल करने की अपील की।
प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर उप उच्चायोग के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस विरोध ने भारत में भी बांग्लादेश की आंतरिक स्थिति को लेकर राजनीतिक और सामाजिक चिंता को उजागर किया है।
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