मध्य प्रदेश के धार जिले में एक फैक्ट्री में गैस रिसाव की घटना में तीन मजदूरों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूर रासायनिक टैंक की सफाई कर रहे थे। टैंक के भीतर जहरीली गैस का रिसाव होने से मजदूरों ने उसकी सांसों के जरिए बड़ी मात्रा में गैस को अंदर ले लिया, जिसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जिला प्रशासन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों की पहचान स्थानीय मजदूरों के रूप में की गई है। हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच दल को यह पता लगाने का जिम्मा सौंपा गया है कि आखिर गैस रिसाव कैसे हुआ और क्या फैक्ट्री प्रबंधन ने सुरक्षा मानकों का पालन किया था या नहीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मजदूर बिना किसी उचित सुरक्षा उपकरण के टैंक की सफाई कर रहे थे। अचानक अंदर से तेज बदबू और जहरीली गैस निकलने लगी। कुछ ही मिनटों में मजदूर बेहोश हो गए और बाहर निकालने तक उनकी मौत हो चुकी थी।
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स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को तुरंत राहत राशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। साथ ही फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही की भी जांच की जाएगी। यदि सुरक्षा मानकों की अनदेखी पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों और प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों और श्रमिकों की कार्य परिस्थितियों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और सख्त सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य होना चाहिए।
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