शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे महायुति सरकार में शामिल ‘भ्रष्ट’ मंत्रियों को संरक्षण दे रहे हैं। ठाकरे का कहना है कि इन मंत्रियों पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन फडणवीस न केवल कार्रवाई करने से बच रहे हैं बल्कि उन्हें बचाने का प्रयास भी कर रहे हैं।
इस मुद्दे पर शिवसेना (यूबीटी) ने राज्यभर में जन आक्रोश मोर्चा का आयोजन किया। इस मोर्चे में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि जिन मंत्रियों पर आरोप हैं, उन्हें तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच हो।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महायुति सरकार में भ्रष्टाचार का स्तर चिंताजनक है और जनता का भरोसा तेजी से घट रहा है। उन्होंने फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक समय खुद को भ्रष्टाचार विरोधी योद्धा बताने वाले नेता अब भ्रष्ट मंत्रियों के रक्षक बन गए हैं।
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ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार सत्ता बचाने और गठबंधन को मजबूत रखने के लिए नैतिक मूल्यों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता महंगाई, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था की समस्याओं से जूझ रही है, लेकिन सरकार का ध्यान इन मुद्दों से हटकर आरोपों से घिरे नेताओं को बचाने पर है।
शिवसेना (यूबीटी) ने चेतावनी दी है कि अगर दोषी मंत्रियों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन होंगे। पार्टी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘शून्य सहिष्णुता’ की नीति अपनाने की मांग दोहराई।
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