भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा गुरुवार (23 अक्टूबर 2025) को जारी पेमेंट सिस्टम्स रिपोर्ट के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) भारत में लेनदेन की संख्या के मामले में सबसे आगे है, जबकि मूल्य के मामले में रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) प्रणाली शीर्ष पर बनी हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2019 से 2024 के बीच भुगतान लेनदेन की मात्रा 3,248 करोड़ से बढ़कर 20,849 करोड़ तक पहुंच गई, जबकि कुल लेनदेन मूल्य ₹1,775 लाख करोड़ से बढ़कर ₹2,830 लाख करोड़ तक पहुंच गया। इससे स्पष्ट है कि भारत में डिजिटल भुगतान प्रणाली में तेज़ी से वृद्धि हो रही है।
जून 2025 में समाप्त अर्धवार्षिक अवधि (Half Year) में कुल लेनदेन की संख्या 12,549 करोड़ रही, जिसकी कुल राशि ₹1,572 लाख करोड़ थी। इसमें लगभग पूरा योगदान डिजिटल भुगतान चैनलों का था, जिसमें UPI का हिस्सा सबसे अधिक था।
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जहां डिजिटल भुगतान में UPI और नेट बैंकिंग का उपयोग बढ़ा है, वहीं डेबिट कार्ड से किए जाने वाले लेनदेन में गिरावट दर्ज की गई है। नकद निकासी और एटीएम उपयोग में भी मामूली कमी देखी गई।
RBI ने कहा कि डिजिटल भुगतान अवसंरचना के विस्तार, इंटरनेट कनेक्टिविटी और फिनटेक नवाचारों के कारण भारत की भुगतान प्रणाली दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रणालियों में शामिल हो गई है।
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