टीम इंडिया एक बार फिर इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है। कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम ने हाल ही में एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रनों से हराकर उस मैदान पर अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की थी। अब भारत को एक और चुनौती का सामना करना है — ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच जीतने की, जहां उसने अब तक 9 टेस्ट खेले हैं और एक भी नहीं जीता।
ओल्ड ट्रैफर्ड का मैदान भारतीय क्रिकेट के लिए भावनात्मक रूप से भी महत्वपूर्ण रहा है। यहीं पर 2019 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी हार झेलनी पड़ी थी, जिसने करोड़ों भारतीय प्रशंसकों का दिल तोड़ दिया था। वहीं, 35 साल पहले इसी मैदान पर सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट शतक जमाया था, जिसने मैच को बचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
इस मैदान पर भारत को चार टेस्ट में हार और पांच में ड्रॉ का सामना करना पड़ा है। इस बार की टीम युवा जोश और आत्मविश्वास से भरपूर है, और कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में इतिहास बदलने को तैयार है। भारत के पास यह सुनहरा मौका है कि वह अपने पुराने रिकॉर्ड को सुधारकर इस ऐतिहासिक मैदान पर जीत का स्वाद चखे।