भारतीय बैडमिंटन की स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधु के करियर को देखें तो यह साफ दिखता है कि बड़े टूर्नामेंटों में वह अक्सर अपना सर्वश्रेष्ठ खेल निकालकर सामने रखती हैं। खासकर बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ उनका प्रदर्शन हमेशा एक या दो स्तर ऊपर चला जाता है। 2025 में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब पेरिस में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में सिंधु ने अपने खेल से सभी को चौंका दिया।
टूर्नामेंट से पहले साल भर के प्रदर्शन और नतीजों को देखते हुए सिंधु के छठे विश्व चैंपियनशिप पदक की उम्मीदें काफी धुंधली नजर आ रही थीं। लेकिन जैसे ही प्रतियोगिता शुरू हुई, सिंधु ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बड़े मंच पर वह अलग ही खिलाड़ी बन जाती हैं। वही पेरिस का कोर्ट, जहां पिछले साल ओलंपिक खेल आयोजित हुए थे, सिंधु के लिए एक बार फिर खास बन गया।
प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में सिंधु का सामना 2025 की दुनिया की दूसरी सर्वश्रेष्ठ शटलर वांग झी यी से हुआ, जो केवल दक्षिण कोरिया की एन सेयॉन्ंग से ही पीछे थीं। लेकिन सिंधु के सामने वांग झी यी पूरी तरह बेबस नजर आईं। भारतीय खिलाड़ी ने सीधे गेमों में जीत दर्ज करते हुए ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने प्रशंसकों को 2019 की याद दिला दी, जब सिंधु अपने चरम पर थीं।
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सिंधु की आक्रामक स्मैश, बेहतरीन कोर्ट कवरेज और मानसिक मजबूती ने चीनी खिलाड़ी की रणनीति को पूरी तरह तोड़ दिया। यह जीत सिर्फ एक मुकाबले की नहीं थी, बल्कि इसने यह भरोसा भी जगाया कि अगर सिंधु क्वार्टरफाइनल में भी इसी लय को बरकरार रख पातीं, तो एक और ऐतिहासिक पदक उनकी झोली में जा सकता था।
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