भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया की टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए नई बोली प्रक्रिया शुरू कर दी है। बीसीसीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार किसी भी रियल-मनी गेमिंग कंपनी या क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी कंपनी को इस प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी।
बीसीसीआई ने एक सूचना दस्तावेज जारी किया है, जिसमें बोली लगाने के लिए इच्छुक कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। इस प्रक्रिया के लिए 'इंटरेस्ट एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट' (IEOI) खरीदने की अंतिम तारीख 12 सितंबर तय की गई है, जबकि बोली दस्तावेज जमा करने की अंतिम तिथि 16 सितंबर रखी गई है।
बीसीसीआई का मानना है कि क्रिकेट एक पारिवारिक खेल है और इससे जुड़े ब्रांड्स का चयन भी उसी दृष्टिकोण से होना चाहिए। रियल-मनी गेमिंग और क्रिप्टो कंपनियों पर रोक लगाने का उद्देश्य खेल की साफ-सुथरी छवि बनाए रखना है। बोर्ड का कहना है कि केवल वही कंपनियां इस प्रक्रिया में शामिल हो सकती हैं जो भारतीय कानूनों और नियमों के पूर्ण अनुपालन में हों।
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वर्तमान में टीम इंडिया की टाइटल स्पॉन्सरशिप का अनुबंध समाप्त होने वाला है, और बीसीसीआई नए साझेदार के चयन के लिए पारदर्शी और प्रतिस्पर्धात्मक प्रक्रिया सुनिश्चित करना चाहता है। क्रिकेट जगत के विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस सौदे की कीमत करोड़ों रुपये में हो सकती है और इससे बीसीसीआई को बड़ी व्यावसायिक बढ़त मिलेगी।
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