एशिया कप 2025 के समापन के बाद ट्रॉफी प्रस्तुति समारोह में हुई गड़बड़ी पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि पाकिस्तान के खेल मंत्री अहसान मज़हर नक़वी द्वारा की गई अनुचित हरकत न केवल असंवेदनशील थी बल्कि खेल भावना के खिलाफ भी थी।
ट्रॉफी और मेडल वितरण के दौरान भारतीय खिलाड़ियों को उचित सम्मान नहीं दिया गया। बीसीसीआई का कहना है कि टीम इंडिया पूरी तरह से विजेता की हैसियत से मैदान पर उतरी थी, लेकिन खिलाड़ियों को वह गौरवपूर्ण क्षण नहीं मिल पाया, जिसके वे हकदार थे।
देवजीत सैकिया ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम अपने खिलाड़ियों और टीम के साथ मेडल लेकर आए थे। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और खेल भावना के विपरीत है। हम आशा करते हैं कि ट्रॉफी और मेडल जल्द ही भारत को लौटा दिए जाएंगे।”
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सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के समक्ष भी विरोध दर्ज कराने जा रहा है। संगठन का मानना है कि इस तरह की घटनाएं खिलाड़ियों की मेहनत और खेल के वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाती हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह विवाद केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं है बल्कि भारत-पाकिस्तान के संवेदनशील संबंधों के कारण इसे बड़े कूटनीतिक मुद्दे का रूप भी दिया जा सकता है। बीसीसीआई इस मामले को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है और उम्मीद है कि जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा।
यह विवाद एशिया कप की ऐतिहासिकता और विश्व क्रिकेट में इसकी विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करता है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि एसीसी और संबंधित अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।
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