भारत के गेंदबाजी कोच मॉर्ने मॉर्केल ने एशिया कप के दौरान कहा कि टीम अभी तक पूरी क्षमता और संतुलित प्रदर्शन नहीं दिखा पाई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीम के सभी विभागों में सुधार की जरूरत है और वे इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।
मॉर्केल ने कहा, “हम किसी भी तरह से पूर्ण टीम नहीं हैं और यह हम भी जानते हैं। हर विभाग में हमें काम करने की जरूरत है—चाहे वह बल्लेबाजी, गेंदबाजी या फील्डिंग हो।” उन्होंने जोड़ा कि यह खुला अवसर है टीम के लिए सुधार करने और कमजोरियों को दूर करने का।
भारत के इस कोच ने यह भी कहा कि युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अनुभव और सीखने का समय दिया जा रहा है। उनका मानना है कि एशिया कप एक ऐसा मंच है जहाँ खिलाड़ी अपनी रणनीति, धैर्य और तकनीक को और बेहतर बना सकते हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि मॉर्केल का यह बयान टीम के विकासशील चरण और सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि टीम अभी अधिक संतुलित और स्थिर प्रदर्शन दिखाने के लिए प्रशिक्षण और रणनीति पर काम कर रही है।
टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए यह सीखने और सुधारने का अवसर है, और मॉर्केल का दृष्टिकोण स्पष्ट करता है कि सफलता केवल परिणाम पर नहीं, बल्कि खेल की प्रक्रिया और हर विभाग में सुधार पर आधारित है।
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