दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने एक नया ऐतिहासिक स्तर हासिल कर लिया है। बिटकॉइन की कीमत पहली बार 1,24,000 डॉलर के पार पहुंच गई। यह जुलाई में दर्ज हुए इसके पिछले रिकॉर्ड स्तर से भी ऊंचा है। कुछ समय के लिए यह 1,24,500 डॉलर से ऊपर पहुंची, हालांकि बाद में कीमत में थोड़ी गिरावट आई और यह इस स्तर से नीचे आ गई।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार के जानकारों का कहना है कि बिटकॉइन की तेजी के पीछे कई कारण हैं। इनमें संस्थागत निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और क्रिप्टो को वैध निवेश साधन के रूप में बढ़ती स्वीकार्यता प्रमुख कारण हैं।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि बिटकॉइन की आपूर्ति सीमित होने और मांग लगातार बढ़ने के कारण आने वाले समय में इसकी कीमत में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि क्रिप्टो बाजार बेहद अस्थिर है और कीमतों में अचानक उतार-चढ़ाव से निवेशकों को जोखिम उठाना पड़ सकता है।
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जुलाई में बिटकॉइन ने अपने पिछले उच्चतम स्तर को छुआ था, जिसके बाद इसमें कुछ सुधार देखने को मिला। लेकिन हाल के हफ्तों में फिर से तेजी लौटी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर बिटकॉइन की कीमत लंबे समय तक 1,20,000 डॉलर से ऊपर बनी रहती है, तो यह क्रिप्टो बाजार में नए निवेशकों को आकर्षित कर सकती है और अन्य डिजिटल मुद्राओं की कीमतों पर भी असर डाल सकती है।
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