अमेरिका ने चीन को प्रतिबंधित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) चिप्स की आपूर्ति पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब कुछ खास शिपमेंट में विशेष ट्रैकिंग डिवाइस लगाए जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये चिप्स कहीं प्रतिबंधित गंतव्यों तक तो नहीं पहुँच रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह उपाय केवल उन्हीं शिपमेंट्स पर लागू किए जा रहे हैं, जो पहले से अमेरिकी जांच के दायरे में हैं। इन ट्रैकर्स का उद्देश्य यह निगरानी करना है कि कहीं संवेदनशील एआई तकनीक को चीन या अन्य उन देशों की ओर मोड़ा तो नहीं जा रहा, जिन पर अमेरिकी निर्यात प्रतिबंध लागू हैं।
अमेरिकी सरकार ने हाल के वर्षों में एआई और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग चिप्स के निर्यात पर कई नियंत्रण लगाए हैं, ताकि उन्नत प्रौद्योगिकी का सैन्य उपयोग करने वाले देशों को रोका जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि एआई चिप्स का इस्तेमाल उन्नत हथियार प्रणालियों, निगरानी उपकरणों और साइबर क्षमताओं को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
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इन नए उपायों से अमेरिकी निर्यातकों को सतर्क रहने और आपूर्ति श्रृंखला पर अधिक सख्त निगरानी रखने का संकेत दिया गया है। यदि किसी शिपमेंट के गंतव्य को लेकर संदेह होता है, तो ट्रैकिंग डेटा तुरंत अधिकारियों को उपलब्ध कराया जाएगा।
हालांकि, उद्योग जगत के कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अत्यधिक निगरानी से वैध व्यापार प्रभावित हो सकता है। वहीं, अमेरिकी अधिकारी इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम बता रहे हैं।
इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका संवेदनशील प्रौद्योगिकी के गलत हाथों में जाने से रोकने के लिए हर संभव तरीका आजमा रहा है।
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