मेटा के शेयरों में गुरुवार को तेज़ बढ़त देखी गई जब एक रिपोर्ट में बताया गया कि कंपनी वर्चुअल रियलिटी (VR) पर अपने निवेश में बड़ी कटौती कर रही है और अब अपनी प्राथमिकता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की ओर कर रही है।
फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग ने 2021 में VR तकनीक पर बड़ा दांव लगाया था और कंपनी का नाम बदलकर मेटा रखा था, जो मेटावर्स के प्रति उनके विश्वास को दर्शाता था। मेटा की VR डिविजन रियलिटी लैब्स ने 2021 से अब तक 80.6 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं, जबकि इसे सिर्फ 9.7 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त हुआ है।
The Indian Witness की रिपोर्ट के अनुसार, मेटा अब मेटावर्स संबंधी खर्चों में 30% की कटौती करने की योजना बना रही है। इस खबर के बाद वॉल स्ट्रीट में कंपनी के शेयर गुरुवार को लगभग 4% तक बढ़ गए।
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यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब ज़ुकरबर्ग तेजी से AI में संसाधनों का निवेश बढ़ा रहे हैं। कंपनी ने अपने आंतरिक ढांचे में बदलाव करते हुए AI से जुड़ी टीमों को पुनर्गठित किया है।
41 वर्षीय ज़ुकरबर्ग शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए आक्रामक भर्ती अभियान चला रहे हैं, जिसमें OpenAI, Apple और Google जैसी कंपनियों से विशेषज्ञों को बहु-अरब डॉलर के ऑफर दिए जा रहे हैं। बुधवार को उनकी नवीनतम नियुक्ति एलेन डाई है, जो एप्पल के शीर्ष डिज़ाइन अधिकारियों में से एक रहे हैं। उन्हें AI को उत्पादों में अधिक गहराई से एकीकृत करने के लिए बनाई गई नई प्रयोगशाला का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई है।
मेटा अब वर्चुअल रियलिटी की बजाय ऑगमेंटेड रियलिटी पर ज्यादा ध्यान दे रही है, विशेष रूप से अपने स्मार्ट ग्लासेज—Meta Ray-Ban और Oakley Meta के माध्यम से।
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