झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के उम्मीदवार सोमेश चंद्र सोरेन ने 38,524 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। चुनाव अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने कुल 1,04,794 वोट प्राप्त किए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन को 66,270 वोट मिले।
जेएलकेएम उम्मीदवार रामदास मुर्मू 11,542 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। हालांकि निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक वेबसाइट पर परिणाम अपडेट नहीं किए थे, लेकिन पूर्वी सिंहभूम के डीईओ-कम-डीसी कर्ण सत्यार्थी ने पुष्टि की कि गिनती पूरी हो चुकी है और सोमेश चंद्र सोरेन विजयी रहे।
जेएमएम कार्यकर्ताओं ने आतिशबाज़ी और गुलाल लगाकर जश्न मनाया। पार्टी नेताओं ने इस जीत को पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शिबू सोरेन और पूर्व मंत्री दिवंगत रामदास सोरेन (सोमेश के पिता) को समर्पित बताया।
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15 अगस्त को रामदास सोरेन के निधन के कारण यह उपचुनाव कराया गया था। यह उपचुनाव जेएमएम और बीजेपी दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया था, हालांकि इसका हेमंत सोरेन सरकार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ने वाला था।
जेएमएम गठबंधन के अब 56 विधायक हो गए हैं, जबकि बीजेपी-नीत एनडीए के पास 24 सीटें हैं।
11 नवंबर को हुए मतदान में 74.63% वोटिंग दर्ज की गई। 13 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला जेएमएम के सोमेश चंद्र सोरेन और बीजेपी के बाबूलाल सोरेन के बीच ही रहा।
जीत के बाद सोमेश ने कहा,
“मैं घाटशिला की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। मैं अपने पिता के सपनों को पूरा करने का प्रयास करूंगा।”
जेएमएम ने कहा कि जनता ने “बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति को सबक सिखाया” है, जबकि बीजेपी नेताओं ने कहा कि यह परिणाम सहानुभूति वोटों का प्रभाव है।
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