देश की अग्रणी इस्पात निर्माता कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) ने अपने जमशेदपुर संयंत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए यह घोषणा की है कि वह सभी तीनों शिफ्टों — सुबह, शाम और रात — में महिला कर्मचारियों की तैनाती करेगी। कंपनी ने कहा कि यह पहल 1 फरवरी 2026 तक पूरी तरह लागू कर दी जाएगी।
कंपनी के अनुसार, इस योजना के तहत लगभग 543 महिला कर्मचारी 21 अलग-अलग विभागों में कार्यरत होंगी। इनमें उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण, रखरखाव, सुरक्षा और प्रशासन जैसे प्रमुख विभाग शामिल हैं। टाटा स्टील का कहना है कि यह कदम कार्यस्थल पर लैंगिक समानता (Gender Equality) को बढ़ावा देने और महिलाओं को औद्योगिक क्षेत्र में अधिक अवसर प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
कंपनी ने बताया कि सभी आवश्यक सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए संयंत्र परिसर में व्यापक तैयारी की जा रही है। इसमें सुरक्षित परिवहन, स्वच्छता, चिकित्सा सहायता और महिला कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र शामिल हैं।
टाटा स्टील के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी प्रतिबद्धता केवल रोजगार देने तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं को औद्योगिक उत्पादन के हर स्तर पर समान भागीदारी का अवसर देने की है। यह कदम हमारे कार्यस्थल की समावेशी संस्कृति को और मजबूत करेगा।”
यह घोषणा भारतीय औद्योगिक क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि टाटा स्टील की यह पहल अन्य कंपनियों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण साबित होगी, जिससे महिला श्रमिकों की भागीदारी और बढ़ेगी।