सिनेमैटोग्राफर अरविंद कश्यप ने रिषभ शेट्टी की महाकाव्य फिल्म ‘कांतारा: चैप्टर 1’ के प्रीक्वल की शूटिंग के अनुभवों के बारे में खुलकर बताया। उन्होंने कहा कि 2022 में जब उन्हें इस प्रीक्वल का आइडिया पेश किया गया, तो वे “उत्साहित और डरावने” महसूस कर रहे थे। उस समय इस स्तर की फिल्म बनाने का विचार असंभव सा लग रहा था।
तीन साल बाद, अरविंद कश्यप अपने करियर की सबसे बड़ी परियोजना ‘कांतारा: चैप्टर 1’ की सफलता का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में निर्माता विजय किरागंदुर और रिषभ शेट्टी का समर्थन बेहद महत्वपूर्ण था। विजय ने उन्हें सलाह दी कि “भले ही यह प्रोजेक्ट आकार में बड़ा लगे, लेकिन यह मत भूलो कि लोगों ने कांतारा में तुम्हारे फ्रेम्स को पसंद किया। इसलिए मूल फिल्म की आत्मा बनाए रखना।”
अरविंद ने बताया कि रिषभ चाहते थे कि वे कांतारा की व्यापक प्रशंसा को भूलकर पूरी तरह नई शुरुआत करें। फिल्म की शूटिंग मुख्य रूप से जंगल में हुई, जो तकनीकी और प्राकृतिक चुनौतियों से भरी थी। इसके अलावा, एक्शन सीक्वेंस को और प्रभावशाली बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया।
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अरविंद के अनुसार, इस फिल्म के लिए लैंडस्केप, लाइटिंग और कैमरा मूवमेंट पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रीक्वल बनाने का अनुभव चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उनके लिए यह करियर का सबसे रोमांचक और संतोषजनक अनुभव रहा।
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