भारत के सेवा क्षेत्र में जुलाई महीने में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले 11 महीनों में सबसे ऊंचा स्तर है। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) के नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि मजबूत निर्यात और घरेलू मांग के चलते सेवाओं की गतिविधि में तेजी आई है।
PMI का आंकड़ा 50.0 से ऊपर रहने का मतलब है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50.0 से नीचे का स्तर संकुचन का संकेत देता है। जुलाई में सेवा क्षेत्र का PMI लगातार 50 से ऊपर रहा, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह क्षेत्र पिछले चार वर्षों से लगातार विस्तार कर रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि निर्यात मांग में सुधार, आईटी सेवाओं, वित्तीय सेवाओं और पर्यटन क्षेत्र में बढ़ते कारोबार ने सेवा क्षेत्र को मजबूती दी है। साथ ही, उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी और कारोबारी विश्वास में सुधार से भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि रोजगार सृजन में तेजी आई है और नए प्रोजेक्ट्स की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे आने वाले महीनों में सेवाओं की वृद्धि और मजबूत होने की उम्मीद है।
आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि यह आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए उत्साहजनक हैं और यह दिखाते हैं कि सेवा क्षेत्र न केवल महामारी से उबर चुका है बल्कि निर्यात और निवेश के माध्यम से नई ऊंचाइयां छू रहा है।
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