उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार (23 नवंबर 2025) को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने सेवा के 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं और यह संगठन केवल सामाजिक सहयोग से चलता है, किसी भी विदेशी या संस्थागत फंडिंग से नहीं। वह लखनऊ में आयोजित ‘गीता प्रेरणा महोत्सव’ कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में बोल रहे थे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विदेशी राजनयिक और दूत अक्सर पूछते हैं कि RSS किस तरह काम करता है। उन्होंने कहा, “हम उन्हें बताते हैं कि हम स्वयंसेवकों की तरह काम करते हैं। वे पूछते हैं कि फंडिंग कहां से आती है… हम कहते हैं कोई फंडिंग पैटर्न नहीं है। न कोई ओपेक देश और न कोई अंतरराष्ट्रीय चर्च इसे फंड करता है। RSS समाज की शक्ति पर खड़ा है और सेवा की भावना से काम करता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठन हर जरूरतमंद की सेवा करता है, चाहे वह किसी भी धर्म, भाषा या क्षेत्र से हो। उन्होंने कहा कि RSS का संदेश है कि राष्ट्र सर्वोपरि है और देश को आगे बढ़ाने में जो योगदान कर सकता है, उसका समर्थन होना चाहिए।
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योगी ने उन लोगों की आलोचना भी की, जो उनके अनुसार सेवा को “सौदेबाज़ी और प्रभाव” का साधन बना चुके हैं और दबाव या लालच के माध्यम से भारत की जनसांख्यिकी को बदलने का प्रयास करते हैं।
उन्होंने भगवद्गीता के आध्यात्मिक संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि यह कठिन समय में मार्गदर्शन प्रदान करती है। उन्होंने गीता को 140 करोड़ भारतीयों के लिए “दिव्य मंत्र” बताते हुए कहा कि यह जीवन में सफलता और आदर्श मार्ग दिखाती है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘गीता प्रेरणा महोत्सव’ इसके संदेश को व्यापक स्तर पर फैलाने में मदद करेगा।
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