बिहार ड्राफ्ट रोल के प्रकाशन के एक सप्ताह बाद चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि अब तक 6,000 से अधिक व्यक्तिगत शिकायतें दर्ज की गई हैं, जबकि राजनीतिक पार्टियों द्वारा कोई शिकायत नहीं आई है। चुनाव आयोग ने बताया कि इस दौरान 36,060 नए पंजीकरण फॉर्म जमा किए गए हैं।
चुनाव आयोग ने कहा है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र अधिकारी (ERO) और सहायक निर्वाचन क्षेत्र अधिकारी (AERO) को प्राप्त शिकायतों और दावों का निपटारा सात दिनों के भीतर करना होगा। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि बिना ERO और AERO की जांच के किसी भी व्यक्ति को ड्राफ्ट रोल से हटाया नहीं जा सकता।
इस प्रक्रिया का उद्देश्य चुनाव सूची को और अधिक पारदर्शी और सटीक बनाना है ताकि हर योग्य मतदाता की पहचान सही ढंग से हो सके। आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपनी जानकारी की जाँच करें और यदि कोई त्रुटि हो तो उसे शीघ्र सुधारवाएं।
और पढ़ें: चीन ने फिलीपींस पर ताइवान मुद्दे पर आग के साथ खेलने का आरोप लगाया
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि ड्राफ्ट रोल में नाम हटाने या जोड़ने के लिए उचित जांच और शिकायत निवारण प्रणाली उपलब्ध है, जिससे मतदाता सूची की विश्वसनीयता बनी रहे।
यह कदम बिहार में आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची को अपडेट और सटीक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे सुनिश्चित होगा कि कोई भी पात्र मतदाता चुनाव से वंचित न रहे।
चुनाव आयोग ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे शिकायतों का निष्पक्ष और त्वरित समाधान करें।
और पढ़ें: भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाने को राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बताया: व्हाइट हाउस ट्रेड सलाहकार