हमास ने साफ किया है कि कतर की राजधानी दोहा में इज़राइल द्वारा किए गए हालिया हमले से उनकी संघर्षविराम संबंधी मांगों में कोई बदलाव नहीं होगा। हमास के वरिष्ठ नेता फ़व्ज़ी बरहूम ने कहा कि संगठन अपने मूलभूत रुख पर कायम है और किसी भी बाहरी दबाव से झुकेगा नहीं।
बरहूम ने स्पष्ट किया कि हमास की प्रमुख मांगों में संपूर्ण संघर्षविराम, गाज़ा से इज़रायली बलों की पूर्ण वापसी, वास्तविक कैदी-बंदी अदला-बदली, मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति और तबाह हो चुके गाज़ा पट्टी के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गाज़ा के लोग दशकों से कठिन परिस्थितियों में जी रहे हैं और अब उनकी प्राथमिकता स्थायी शांति और जीवन पुनर्निर्माण है।
इज़राइल ने हाल ही में हमास नेताओं को निशाना बनाते हुए कतर में हमला किया था, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया है। हालांकि, हमास का कहना है कि ऐसे हमले केवल संघर्ष को और लंबा करेंगे और स्थायी समाधान की संभावना को कमजोर करेंगे।
और पढ़ें: गाज़ा सिटी के निवासियों को खाली करने का आदेश, नेतन्याहू बोले- हमास को हराना ज़रूरी
बरहूम ने यह भी कहा कि किसी भी समझौते में गाज़ा के नागरिकों के अधिकार और सुरक्षा सर्वोपरि होंगे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह इज़राइल पर दबाव बनाए ताकि न्यायपूर्ण शर्तों पर संघर्षविराम संभव हो सके।
विश्लेषकों का मानना है कि हमास की यह सख्त स्थिति यह संकेत देती है कि आने वाले दिनों में वार्ता कठिन हो सकती है, लेकिन मानवीय राहत और पुनर्निर्माण जैसे मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव इज़राइल को नरम कर सकता है।
और पढ़ें: इज़राइल के विदेश मंत्री बोले: बंधकों की रिहाई और हथियार डालने पर खत्म हो सकता है गाज़ा युद्ध