फ्रांस में जेलीफिश के बढ़ते झुंड ने पेलुएल न्यूक्लियर प्लांट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह प्लांट इंग्लिश चैनल के पानी से जुड़ा और ठंडा होता है, जहां स्थानीय और विदेशी जेलीफिश दोनों ने प्रजनन की अवधि में विस्तार किया है।
पेलुएल प्लांट का संचालन प्रभावित होने से बिजली आपूर्ति पर अस्थायी दबाव पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि पानी में जेलीफिश के बड़े झुंड के कारण कूलिंग सिस्टम में अवरोध उत्पन्न हुआ, जिससे सुरक्षा कारणों से रिएक्टर को बंद करना पड़ा। यह घटना पिछले कुछ महीनों में फ्रांस में जेलीफिश की वजह से हुई दूसरी बड़ी घटना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्री तापमान में वृद्धि और पर्यावरणीय बदलावों के कारण जेलीफिश के प्रजनन चक्र में बदलाव आया है। इसका परिणाम यह हुआ कि जेलीफिश अब लंबे समय तक और बड़े पैमाने पर फैल सकते हैं। इससे न केवल न्यूक्लियर प्लांट्स, बल्कि अन्य समुद्री उद्योगों पर भी असर पड़ रहा है।
और पढ़ें: प्रीमियम हवाई यात्रा पर जीएसटी वृद्धि निराशाजनक: IATA
फ्रांस में ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि यह अस्थायी बंदी है और जल्द ही रिएक्टर को सुरक्षित रूप से चालू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी और पर्यावरणीय उपायों पर काम किया जा रहा है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जलवायु परिवर्तन और समुद्री जैव विविधता में बदलाव के कारण ऐसे घटनाओं की संख्या भविष्य में बढ़ सकती है। इसलिए न्यूक्लियर और अन्य समुद्री आधारित उद्योगों को जोखिम प्रबंधन और पर्यावरण अनुकूल तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है।
और पढ़ें: जीएसटी दर कटौती के बाद शेयर बाजार में तेजी, महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में लगभग 6% उछाल