प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा कि जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) अब और अधिक सरल हो गया है और नए कर दरें नवरात्रि के पहले दिन से प्रभावी होंगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस सुधार का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों के जीवन को आसान बनाना है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान घरेलू आवश्यक वस्तुओं पर “भारी कर” लगाया जाता था। इसके कारण आम नागरिकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ता था। भाजपा सरकार ने इस स्थिति को सुधारने और कर प्रणाली को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
उन्होंने बताया कि नई जीएसटी संरचना में कई रोजमर्रा की वस्तुओं और सेवाओं पर कर दर घटाई गई है, जिससे उपभोक्ताओं को सीधे लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कर सुधारों का उद्देश्य सिर्फ कर दर कम करना नहीं, बल्कि व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाना है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के सुधार आर्थिक विकास और घरेलू मांग को बढ़ावा देंगे। नए कर दरें उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ कम करेंगी और बाजार में वस्तुओं की कीमतों में स्थिरता लाएंगी।
प्रधानमंत्री ने आम जनता से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और कर सुधारों के सकारात्मक प्रभावों को महसूस करें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार निरंतर प्रयासरत है कि कर प्रणाली सरल, पारदर्शी और लोगों के लिए सुलभ बनी रहे।
इन सुधारों के माध्यम से सरकार ने यह संदेश दिया है कि आम आदमी की सुविधा और आर्थिक सशक्तिकरण उसके प्राथमिक लक्ष्यों में शामिल हैं।
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