कोलकाता के पास बने निम्न दबाव प्रणाली के कारण आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में भारी बारिश हुई है, लेकिन इसी मौसम प्रणाली का असर विशाखापट्टनम (विजाग) में देखने को नहीं मिला। रिपोर्ट के अनुसार, बंदरगाह शहर विशाखापट्टनम में अब तक 10 मिमी से भी कम बारिश दर्ज की गई है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है।
विशाखापट्टनम में बारिश की कमी ने पीने के पानी की उपलब्धता पर बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। यहां के जलाशयों का स्तर लगातार गिर रहा है और यदि आने वाले दिनों में पर्याप्त वर्षा नहीं हुई तो गंभीर जल संकट पैदा हो सकता है। दूसरी ओर, विजयवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा से नदी-नालों में पानी भर गया है और कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति भी बन रही है।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना यह निम्न दबाव क्षेत्र मुख्य रूप से तटीय आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों को प्रभावित कर रहा है, जबकि उत्तर की ओर स्थित विशाखापट्टनम में बारिश की गतिविधियां बहुत कम हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, मौसमी हवाओं के रुख और दबाव प्रणाली की दिशा में बदलाव के कारण यह असमान वर्षा देखने को मिल रही है।
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स्थानीय प्रशासन ने विशाखापट्टनम में पानी की सप्लाई को नियंत्रित करने और आपातकालीन जल वितरण योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। जल विभाग ने नागरिकों से पानी की बचत करने और अनावश्यक उपयोग से बचने की अपील की है।
अगर आने वाले दिनों में बारिश नहीं होती है, तो स्थिति और बिगड़ सकती है, जिससे न केवल पीने का पानी बल्कि कृषि और औद्योगिक गतिविधियां भी प्रभावित होंगी।
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