प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच बुधवार (10 दिसंबर 2025) को एक महत्वपूर्ण टेलीफोनिक वार्ता हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने भारत-इज़राइल रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। इस बातचीत के दौरान नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने क्षेत्र में स्थायी और न्यायपूर्ण शांति के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। उन्होंने विशेष रूप से गाजा शांति योजना (Gaza Peace Plan) के शीघ्र क्रियान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसे वर्तमान संकट को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
दोनों नेताओं ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बीते वर्षों में भारत-इज़राइल रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हुई है और अनेक क्षेत्रों में सकारात्मक प्रगति दर्ज की गई है। रक्षा, कृषि, साइबर सुरक्षा, नवाचार और तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता भी दोहराई गई।
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वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। पीएम मोदी और प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहनशीलता नीति को जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
वार्ता के अंत में दोनों नेताओं ने भविष्य में भी नियमित संवाद बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने कहा कि बदलते वैश्विक हालात को देखते हुए भारत और इज़राइल के बीच समन्वय एवं सहयोग और भी आवश्यक हो जाता है।
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