लेबनान के सबसे बड़े फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में एक अहम कदम उठाते हुए फ़िलिस्तीनी गुटों ने हथियारों से भरे ट्रकों को लेबनानी अधिकारियों को सौंप दिया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम न केवल लेबनान में सुरक्षा और स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों के बीच विश्वास बहाली के प्रयास का हिस्सा भी है।
जानकारी के अनुसार, हथियार सौंपने की प्रक्रिया सिर्फ एक शिविर तक सीमित नहीं रही, बल्कि लेबनान के दो शरणार्थी शिविरों में यह कार्रवाई की गई। इसमें राइफलें, गोला-बारूद और भारी हथियार शामिल थे। लंबे समय से इन शिविरों में हथियारबंद गुटों की मौजूदगी को लेकर चिंता जताई जा रही थी।
लेबनान की सुरक्षा एजेंसियों ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि यह देश की आंतरिक शांति और सुरक्षा को मजबूत करेगा। इसके साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में अन्य गुट भी इसी तरह का रुख अपनाएँगे, ताकि शिविरों को हिंसा और संघर्ष से मुक्त किया जा सके।
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फ़िलिस्तीनी गुटों ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य शरणार्थी शिविरों को हथियार मुक्त क्षेत्र बनाना है, ताकि वहाँ रहने वाले लोग सुरक्षित माहौल में अपनी जिंदगी जी सकें। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पहल न केवल लेबनान के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए सकारात्मक संकेत है।
हालांकि, यह भी माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया की सफलता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि लेबनानी प्रशासन शरणार्थियों की मूलभूत ज़रूरतों को कितनी गंभीरता से पूरा करता है और उनके अधिकारों की रक्षा करता है।
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