प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (30 दिसंबर 2025) को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरों पर “गहरी चिंता” व्यक्त की और रूस तथा यूक्रेन से शत्रुता समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि जारी कूटनीतिक पहल ही शांति स्थापित करने और संघर्ष खत्म करने का सबसे व्यावहारिक और प्रभावी रास्ता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “रूसी संघ के राष्ट्रपति के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरों से गहरी चिंता हुई है।” उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और ऐसे किसी भी कदम से बचने का आग्रह किया, जो शांति प्रयासों को कमजोर कर सकता हो।
रूस ने सोमवार (29 दिसंबर 2025) को दावा किया था कि यूक्रेन के 91 लंबी दूरी के ड्रोन ने मॉस्को के उत्तर में स्थित नोवगोरोड क्षेत्र में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के देशीय आवास पर हमला करने की कोशिश की। रूसी अधिकारियों के अनुसार, इन ड्रोन हमलों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया और किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि बढ़ते सैन्य तनाव से क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता को खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत लगातार यह मानता रहा है कि युद्ध और हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकती। संवाद, बातचीत और कूटनीति ही स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।
उन्होंने आगे कहा, “हम सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे जारी कूटनीतिक प्रयासों पर ध्यान बनाए रखें और ऐसे किसी भी कदम से बचें, जो शांति स्थापना की प्रक्रिया को बाधित कर सकता हो।” भारत ने एक बार फिर संतुलित और जिम्मेदार रुख अपनाते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपील की है।
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